टूटा दिल Day 04 क्या सुना हूं इस टूटे दिल का हाल
जो कही बार टूटा है,
उस में हज़ारों जखम बरे है,
अब जख्मों के साथ रहती हूं,
जो कभी बरना सके,
उसे आदत हो गई है जख्मों को सहने की,
फर्क नहीं पड़ता आप यह टूटे या ना,
उसने जिंदगी में अब जीना सिखा है,
इस टूटे दिल के साथ!
©Srushti Rokade
#december