संग संग चलना अधूरा रह गया संग संग चलना अधूरा रह गया तेरे संग चलना अधूरा रह गया😢
बोया था जो बीज हमने मिलकर
समाज के रूढ़ि -वादियो के निगाहों में कुचल दिया👀
दबा दिया रूढ़ि -वादियों के तबके
हमारे प्यार को भी घृणा के भाव मैं
बांट दिए गए हमारे आंगन
रूठ गए तुझे- मुझ जैसे हीरे- रांझे💏
कौन पूछेगा अब पानी कौन
सीचेगा अब फसलें कौन
बीजेगा ठंडी -ठंडी छावा वे
अब हम ना रहेंगे तो कौन
बस आएगा इस समाज में वीराना वे
अब हम ना मुड़ के देखेंगे इनको
इस समाज में फिर से आना वे😞
कर दिया इसने मुझे बेगाना वे
तेरे संग चलना रह गया अधूरा वे.........😞😞...,....SRI RADHE....🙏✍
©sapna prajapati❤
anmol Govind Pandram Munmun Kumari Aarvi 😊 Vikku prajapati🤗🤗