न्याय की गुहार : दिल को दहला देने वाला सीन I #CourtRoomDrama 2024
लेखन और अदाकारी: विक्रांत राजलीवाल
अदालत के सम्मुख खड़ा, निर्दोष अपने आप को अज्ञात अपराधी के रूप में देखता है। जज साहब की नजरों में, उसका चेहरा निष्पक्षता और न्याय की प्रतिष्ठा से भरा हुआ है। उसके वक्तव्य में समय-समय पर एक संवेदनशीलता और आदर्शवाद की भावना है, जिससे सुनने वाले का मनोबल और धैर्य बढ़ता है।
अपने विशेषज्ञता और अनुभव के साथ, वह न्याय के गुहार में विवाद को सुलझाने का प्रयास करता है, ताकि न्यायपालन का सच और समानता की प्रणाली मजबूती से स्थापित हो सके।