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"White मैने रेत को बंद मुठियों में फिसलते देखा है,, मैने ढलते सूरज को पहाड़ों कि गोद से निकलते देखा है,, आशमानो कि ख्वाइश रखते हैं जो लोग ,, मैने उन्हे बेजुबान परिंदो को पिंजरों में कैद करते देखा है,, ©Arjun Singh "
White मैने रेत को बंद मुठियों में फिसलते देखा है,, मैने ढलते सूरज को पहाड़ों कि गोद से निकलते देखा है,, आशमानो कि ख्वाइश रखते हैं जो लोग ,, मैने उन्हे बेजुबान परिंदो को पिंजरों में कैद करते देखा है,, ©Arjun Singh
#परिंदे #पिंजरे #आसमान #पहाड़ #सूरज #गोद #रेत @Subhashree Sahu @Nirankar Trivedi Santosh Narwar Aligarh @Aman Singh Aanshi queen गम भरी शायरी
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