read caption:-
ये एक सच्ची प्रेम कहानी की एक छोटा सा हिस्सा हैं
जिसमें कहने वो सिर्फ़ एहसास जिंदा हैं
कहते हैं न हम चाहते कुछ और ही हैं ओर क़िस्मत हमें कुछ और ही दे जाती हैं
किसने जाना था कि जिस ग़ुलाब से प्रेम का सुखद अनुभव मिल रहा हैं उसी गुलाब को हमें किसी की कब्र पे सजाना होगा
आज नियति ने दोनों को अलग तो कर दिया और उस गुलाब ने अभी तक दोनों के प्रेम को जिंदा रखा हैं
और आज भी दोनों के किस्से उस एक हिस्से में सुनने को मिलता हैं जिसे खुद एक प्रेमिका अपने उस प्रेमी के एहसासों को महसूस करके लिखगी हैं