#दोस्ती शब्द नहीं, दो जिस्म एक जान होते हैं
"शर्तें रक्खी़ जाती नही दोस्तों के सामने किजीये कबूल दोस्त कोउनकी हर कमी के साथ"
महक दोस्ती की इश्क से कम नहीं होती, इश्क से ही जिन्दगी पूर्ण नहीं होती, अगर साथ हो जिन्दगी में अच्छे दोस्तों का तो जिन्दगी जन्नत से कम नहीं होती।
सारे रिश्तों में सर्वोपरि एक रिश्ता दोस्ती का नि:स्वार्थ और अपनेपन के धागे से बंधा होता है। ना कुछ पाने की तमन्ना, ना खोने का डर, सच्चे दोस्त सिर्फ़ देना जानते है प्यार, परवाह और भाईचारा। दो दोस्त एक दूसरे की जान होते है, सुख दु:ख के साथी और जीवन सफ़र में हमराही होते है।
दोस्त वो होते है जो दोस्त की आँखों की नमी को बिना बोले पहचान ले, हंसते चेहरे के पीछे छुपी उदासी को ढूँढ निकाले। पलकों पर ठहरी बूँदों का पानी दर्द की ख़लिश का मारा खारा है या खुशियों की बारिश सा मीठा। हर इंसान में कमियां, खूबियाँ होती है दोस्त को उनके स्वभाव के साथ स्वीकार करेंगे तो उस रिश्ते को कोई तोड़ नहीं पाएगा। दोस्त अपने दोस्त की हथेली पर अपने सपने रख देते है अपनी साँसों पर दोस्त का नाम लिख देते है।
ज़िंदगी में एक दोस्त ऐसा होना चाहिए जिसके कंधे पर सर रखकर आप अपना दर्द भूल सकें जिसकी गोद में मुँह छुपाकर चार आँसू टपका सकें।
"कहि रहीम संपति सगे, बनत बहुत बहु रीति। बिपति-कसौटी जे कसे, सोई सांचे मीत" अर्थात जब व्यक्ति के पास संपत्ति होती है तब उसके अनेक सगे-संबंधी तथा मित्र बनने सब आते हैं, उसके समीप आते हैं, पर विपत्ती के समय में जो आपका साथ दे, वहीं सच्चा मित्र है।
परिवार के बाद दोस्त ही व्यक्ति की दूसरी प्रथमिकता होता है। जिसके साथ वह हर अच्छे बुरे पलों को व्यतीत करता है।
जैसे मोतीयों की माला के टूट के बिखर जाने पर हम उन्हें बार-बार पिरोते हैं क्योंकि वह मूल्यवान होती हैं, उसी प्रकार सच्चे मित्र भी मूल्यवान होते हैं और उन्हें नहीं खोना चाहिए।
#विलेन
©Nikita Gaur
#हैप्पी दोस्ती दिवस❣️
#FriendshipDay @Raksha Tiwari