"मंजिल की ओर बढ़ते वक़्त ,
इंसान को कभी होसला नही खोना चाहिए !
क्योंकि..
पर्वत्तो से निकली नदी की धारा ने, आजतक किसी से ये नही पूछा की.
सागर कितनी दूर है ?."
मंजिल की ओर बढ़ते वक़्त ,
इंसान को कभी होसला नही खोना चाहिए !
क्योंकि..
पर्वत्तो से निकली नदी की धारा ने, आजतक किसी से ये नही पूछा की.
सागर कितनी दूर है ?.