"जिंदगी होती है खत्म होने के लिए
वक्त ना ठहराव हैं नाही पडाव,
पर लम्हे होते हैं मुस्कुराहट लाने के लिए
जो न्योछावर करे वो जमाने में तब्दील हुआ,
जो मूरझाया फिर कहा खिला
जो गुजरा वो कल था
जो है वो शायद कल होगा"
जिंदगी होती है खत्म होने के लिए
वक्त ना ठहराव हैं नाही पडाव,
पर लम्हे होते हैं मुस्कुराहट लाने के लिए
जो न्योछावर करे वो जमाने में तब्दील हुआ,
जो मूरझाया फिर कहा खिला
जो गुजरा वो कल था
जो है वो शायद कल होगा