आख़री बस एक सलाम है मेरा
आखरी बस एक पैग़ाम है मेरा
नटिए ना तू कर जाइए जांदी जांदी
आखरी बस एक काम है मेरा
तेरे शहर ते चंद मील की दूरी पर
Kalothra एक गांव है मेरा
जा के न उड़े मेरा नाम ना लिए
नाम तो खैर बदनाम है मेरा
कह दिए गीत लिखे है बेवफा पर
शायर आखरी केवे था सलाम है मेरा
तेरी कसम तने लुकना पड़ेगा
सच चुभेगा तने छुपना पड़ेगा
अर्थी जावेगी रे मेरी तेरी गली ते
तेरी बारात ने रे रुकना पड़ेगा
@आजाद कलम
©Azad "कलम"
#Chess बेवफा नाम है तेरा