प्रशासनिक कुर्सियों का सार्वभौमिक सच में होना
ही एक तरह का आदेश होता है की प्रजा में कोई
कूटनीतिक घटना, अनैतिक व्यवहार या अन्याय
जैसे हालात बने हो तो उसका संदर्भ उन कुर्सियों
को किया जाए, उन्हें सख्त कानूनी कार्रवाई से
प्रमाणित किया जाएगा| मगर प्रशासनिक
कुर्सियों की मदहोशी बगावत को जन्म देती है
भ्रष्टाचार के अंकुर को सतर्क करती है|
अब ऐसे में तो भ्रष्टाचार खत्म होने से रहा......29-10..
- Ram pal Udaipur
#FIREMOTIVATION धुआं उठा तो आग लगी ,आग लगी तो जान चली
जान की कीमत का हिसाब लगाने को
अब मांग रहा हूं जान जान जगाने को