वो ढलती शाम और मेरी होंठो पे तेरा नाम वो भीगी सी | हिंदी शायरी
"वो ढलती शाम और मेरी होंठो पे तेरा नाम
वो भीगी सी रातें और हमारी मुलाकाते
वो तेरी बंद आंखों की मासूमियत
और मेरी खुले आंखों का प्यार
याद तो है ना तुझे...."
वो ढलती शाम और मेरी होंठो पे तेरा नाम
वो भीगी सी रातें और हमारी मुलाकाते
वो तेरी बंद आंखों की मासूमियत
और मेरी खुले आंखों का प्यार
याद तो है ना तुझे....