White वो सावन की पहली बारिश है,
मन में जो नयी ख्वाहिश है।
मिट्टी की सौंधी ख़ुशबू में,
रहती एक प्यारी सी यादिश है।
पहली बूंद जो गिरी ज़मीन पर,
जैसे गीत कोई मधुर छेड़ा।
आँगन में बिखरी हरी-हरी क़ुदरत,
हर पत्ता जैसे नृत्य में खड़ा।
बचपन के वो दिन याद आ गए,
काग़ज़ की नावें बनाकर चलाए।
बारिश में भीगते हुए हंसी ठिठोली,
दोस्तों संग वो पल फिर जी आए।
सपनों की ये सौगात है,
आसमान से आई सौगंध है।
हर एक बूंद जैसे संदेशा लाई,
प्रकृति की प्यारी सी मुस्कान है।
वो सावन की पहली बारिश है,
हर दिल में बसी एक चाहत है।
जिंदगी में फिर से रंग भरने,
वो बादल की सुंदर बरसात है।
©Prakhar Tiwari
#alone_sad_shayri हिंदी कविता कविता कोशवो सावन की पहली बारिश है,
मन में जो नयी ख्वाहिश है।
मिट्टी की सौंधी ख़ुशबू में,
रहती एक प्यारी सी यादिश है।
पहली बूंद जो गिरी ज़मीन पर,
जैसे गीत कोई मधुर छेड़ा।
आँगन में बिखरी हरी-हरी क़ुदरत,