हां ये सच है मैंने गम ही लिखा है।
ना चाहते हुए भी सितम ही लिखा है।
किसी के जख्म कुरेदने बैठा तो, आँखो से मुसाफिर उतरने लगे मोती की तराह, तो कम ही लिखा ।
हाँ मैने गम ही लिखा है।
मैने शब्दो पर गमो का पेहरा लिखा है ।
ही सही मगर गहरा लिखा है।
🙏🙏..............विकास के अल्फाज ✍️✍️
©vikas Mourey
Sach likha ✍️✍️ @palak gupta 🇮🇳always_smile11_15 @Cute Angel Pankaj Singh लफ़्ज़