जीवन का संग्राम भी है, संग्राम का परिणाम भी है कविता,,
सांसो की लय भी है, ह्रदय का स्पंदन भी है कविता,,
आकाश का गर्जन भी है कविता, जल का प्रवाह भी है कविता,,
पक्षियों की चहचाहट भी है, बालक का रूदन भी है कविता,,
प्रेम की रिक्तता भी है, प्रेम की पूर्णता भी है कविता,,
कुछ ना कह कर भी बहुत कुछ कहना है कविता,,
प्रेम,वात्सल्य,दुख,प्रसन्नता, सर्व भावों का मिश्रण है कविता,,
अवास्तविक सी दुनिया मे वास्तविकता का प्रमाण भी है कविता,
अन्याय के अश्रुओं का रूदन भी है कविता,,
न्याय के शब्दो का गुन्जन भी है कविता,,
मेरी देह के ना रहने पर मेरे शब्दो को जीवित रखेगी कविता,,
जब तक रहेगी ये धरती तब तक रहे शब्द और कविता।
©यशस्वी तिवारी
#WorldPoetryDay