याद आ रही वो शाम जब हवा का झौंका मेरे आँचल हम से लिपटें जा
रहा था। तुम अपने छठ से देगे जा रहे थे अचानक मेरी नजर तुम पे
पड़ी धडकनें तेज हो गई ।वो पहला प्यार का एहसास का शाम जीवन मे खुशियों का जन्नत था।वहीं हवा का झौंका है।आज की शाम पहले से कुछ अजीब थी क्योकि तुम्हें खोने का गम़ आज का शाम मेरे आँसु से दामन भर गई ।
©Shiva Sarika
#आजकिशामपहलेसेकुछ अजीबथीक्योकि