"तिरंगे का अनुरोध देशवासियों से "
दिल में एक तिरंगा
प्रेम का भी फहराना
कौम मजहब जाति
धर्म सम्प्रदाय के लिए नहीं
एक अखंड देश
"भारत" के लिए फहराना
पशु पक्षी मानव हर जीव का
है ये उतना ही धरा
सबका हो जगत में कल्याण
इस मनोभाव से
सहिष्णुता एकता अखंडता की
ज्योति एक मन में जलाना
खून सभी के हैं मिले
उपजाऊ इस धरा में
रक्त किसी का न
एक बूंद तुम बहाना
सौहार्द के दीपक से हो
हर सूना हृदय उजाला
मन में भाव ये जगाना
दिल में एक तिरंगा
प्रेम का भी फहराना
मन में भाव ये बनाना
दिल में एक तिरंगा
प्रेम का भी फहराना।।
युवराज श्रीवास्तव ( गौरव )
©Yuvi