"कुछ पल के लिए हिम्मत टूट गई थी मेरी
देखा ! जब फिर उसे तो क़रार मिला,
क्या बताऊँ की क्या सफर रहा
न थे गम कभी पास मेरे
अब बस दर्द ही सहता हूं
क्या बताऊ की क्या सफर रहा
serious ! life"
कुछ पल के लिए हिम्मत टूट गई थी मेरी
देखा ! जब फिर उसे तो क़रार मिला,
क्या बताऊँ की क्या सफर रहा
न थे गम कभी पास मेरे
अब बस दर्द ही सहता हूं
क्या बताऊ की क्या सफर रहा
serious ! life