तुमसे और क्या होता यादों में सिमट कर गम फ़िर छलकता | हिंदी Quotes
"तुमसे और क्या होता
यादों में सिमट कर गम
फ़िर छलकता दर्द आँखों से
तुझे दिख रहा होता ये सब
मुझे यूँ छोड़ कर जाते जाते
शिकायतें करू मैं अब किससे
खुद से या फिर उस तन्हाई से
जो छाई है फ़िर से अब मुझमें
तेरी याद बनके तुझसे बिछड़ के ।।"
तुमसे और क्या होता
यादों में सिमट कर गम
फ़िर छलकता दर्द आँखों से
तुझे दिख रहा होता ये सब
मुझे यूँ छोड़ कर जाते जाते
शिकायतें करू मैं अब किससे
खुद से या फिर उस तन्हाई से
जो छाई है फ़िर से अब मुझमें
तेरी याद बनके तुझसे बिछड़ के ।।