रहने को सदा इस जहां में आता नहीं कोई
तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई...
हिन्दू न मुस्लिम थे बस देश के थे इरफान...
**जिसने ऊंच-नीच, जात- पात, धर्म - मजहब को ना माना..
उन्होंने बस जाना तो एक है हम वो है इंसान....
ऐसे थे हमारे इरफान...
इंसान तो कई आते है इस जहां में ..
जीते तो सब है ज़िन्दगी यहां..
पर जो जीते जी कई लोगो का दिल जीत लिया..
ऐसे थे हमारे इरफान..
ना शक्ल से ना सूरत से
बस आप काबिलियत से होते है महान..
इसकी मिशाल थे हमारे इरफान...
कहते है जीवन ही संघर्ष है
वे जीवन भर संघर्ष करते रहे..
जब तक जान थी उनमें वे मौत से लड़ते रहे..
ऐसे थे हमारे इरफान...
ज़िन्दगी तो सब जीते हैं यहां..
जिनके मौत पर हर आंखे नम हो गई ...
ऐसे थे हमारे इरफान..
कहते है ऊपर वाले के आगे किसी की नहीं चलती ..
शायद इसलिए वे मौत से हार गए....
उन्हें भी अच्छे इंसान की जरूरत होती हैं..
इसलिए हमें यूं छोड़ गए इरफान..😥
(Rip sir..🙏You were always an inspiration..)
Written by-Sonam Chandra...✍️
#RipIrfanKhan