हम 25+ उम्र वाले जीवन के उस मुहाने पर खड़े हैं... जहां से हमें हमारा बचा हुआ आधा जीवन करीब-करीब साफ नजर आने लगा है। और सामने नजर आ रहा नजारा एकदम 'सामान्य' है। और यही सामान्यता असल में हमारी सबसे बड़ी समस्या का कारण है। क्योंकि जब से होश संभाला; तब से हम सबको लगता था कि हम कोई बहुत बड़ी तोप हैं और बड़े होने पर कुछ बहुत बड़ा करने वाले हैं। लेकिन 25+ होने के बाद हम अपने आज को देख अपने आने वाले कल की तस्वीर बीते हुए कल में सोची गई तस्वीर से एकदम विपरीत पा रहे हैं। हमें समझ आ रहा है कि कल तक हम जिन अंकलों को यह कहकर नकारा घोषित कर रहे थे कि वो अपने जीवन में कुछ खास नहीं कर पाए... अब हम खुद धीरे-धीरे वहीं अंकल बनते जा रहे हैं। हमारे हालात मुश्किल नहीं हैं; बस इस सामान्य हालात को अपनी हकीकत के रूप में स्वीकारने की बेबसी बर्दाश्त के बाहर है।😅
©Naughty Jeet
जिंदगी के किस्से