पूछ लेते वो बस मिज़ाज मिरा
कितना आसान था इलाज मेरा
चारा-गर की नज़र बताती है
हाल अच्छा नहीं है आज मेरा
मैं तो रहता हूँ दश्त में मसरूफ़
क़ैस करता है काम-काज मेरा
कोई कासा मदद को भेज अल्लाह
मेरे बस में नहीं है ताज मेरा
मैं मोहब्बत की बादशाहत हूँ
मुझ पे चलता नहीं है राज मेरा
©j^khan
#SAD