मैं मामूली सा प्रेम तुम्हारा,
तुम मेरी मोहब्बत खास प्रिये!
तुम गर्मी की कूलर जैसी,
मैं उस में लगी एक घास प्रिये!
तुम तपती दुपहरी में लस्सी जैसी,
मैं पैकेट वाली छाछ प्रिये!
मैं तीर साधारण एक तरकस का,
तुम मेघनाथ की नागपाश प्रिये!
1 दिन समझोगे प्रेम हमारा,
बस यही हमारी आस प्रिये!
मैं मामूली सा प्रेम तुम्हारा,
तुम मेरी मोहब्बत खास प्रिये!
©Sunil yadav
#MainAurChaand #masoomlove