White पंखों का सौदा कर आया,
बिन पूछे ख्वाहिशें बेच आया ll
दूरी थी मीलों की,
कटती चंद पलो में,
आकाशो का राजा,
उड़ता पवन अंचलों में ll
उसका था इक साथी,
आंख मूंद प्रबल विश्वासी,
मिलकर नापते नभो को,
प्रबल सक्षम, हृदय वासी ll
वो भी तो राजा होना था,
मात्र यह पीड़ा थी उसकी,
जिसके मारे किया घात,
"अनजाने" की बदली नियति ll
©आत्माकी स्याही
#love_shayari
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