My Bicycle पहले पैदल लेकर जाना, फिर कैंची, डंडा और आखिर में गद्दी पर बैठ जाना,
सबके व्यस्त हो जाने पर चुपके से साइकिल निकाल ले जाना,
रोज दो-तीन चोट खाकर घर पर आना,
घर पर आकर घर वालों की भी डांट खाना,
कितनी खुशी मिली थी उस दिन जब मैं साइकिल की गद्दी पर बैठा था,
साइकिल को चलाना कोई सपने जैसा था
पहले पैदल लेकर जाना फिर कैची डंडा और आखिर में गद्दी पर बैठ जाना
©Vivek Kumar
#Bicycle