किसी चर्चा पर बात मोहब्बत की चल रही थी तो हमने भी एक लाइन बोल दी .........
कि जिसे जीत न सका बीता वक्त,
उसे ले डूबी बस चार दिन की मोहब्बत।
और लगने लगा कि वो ही हैं बस अपनी परछाई,
अनजान से बात क्या हुई फिर अपनो की याद न आई।।
©PUKHRAJ CHOUDHARY
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