दिल ने कहा चल आज कुछ लिख
मचलती एहसासों को चल कुछ शब्द दे दे
तरसते हुए पन्ने भी शब्दों को
अपनी बाहों में भरने को बेचैन है
तुमसे जुड़े हर किस्से
जो कुछ दिनों से मौन पड़े हैं
उनको कागज पर उतरकर मंद मंद मुस्कानें दे
मैंने कहा रुको जरा ठहरों
शब्दों को थोड़ा और करीब आने दो
यादों के भवंर में मन को
थोड़ा और उलझाने दो
फिर लिखेंगे
कुछ बातें उसकी कुछ बातें अपनी
©Shalinee Srivastava
#Blossom