कभी खुद की खातिर,
कभी अपने परिवार की खातिर,
बहुत मन करता होगा उसका भी,
अपने शहर में रहने को,
पर कभी खुद को सफल बनाने के लिए,
तो कभी अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए,
पर एक बात तो हैं,
जो पहले अपनी इन जिम्मेदारियों को
ठीक तरह से निभाता है,
वह ही अंत में घर जा पता है।।
©Pooja
#घर