26/11Mumbai Terror Attack
In The Memory of all the Lives We Lost
जाने कितने अपनो को खोया है हमने,
घावो को मिलकर ढोया है हमने,
इक वर्दी जो खून में भीगी पडी थी,
कुछ लांसे बिना सर के हि मिली थी,
इक बच्ची अपनी माँ का थाम कर पल्लू सडक पर बेतहासा रोती मिली थी,
उस मंजर के आंसू को ढोया है हमने,
जाने कितने अपनो को खोया है हमने,
©Ravi Dhangar
#26/11