उसने मोहब्बत, मोहब्बत से ज्यादा की है,
हम ने मोहब्बत उस से भी ज्यादा की है,
अब वो किसे कहेगा मोहब्बत की इन्तेहां,
हमने शुरुआत ही इन्तेहां से ज्यादा की है।
दिल की धड़कन और मेरी सदा है वो,
मेरी पहली और आखिरी वफ़ा है वो,
चाहा है उसे चाहत से भी बढ़ कर,
मेरी चाहत और चाहत की इन्तेहाँ है वो।
सुकून मिलता है जब उनसे बात होती है,
हजार रातों में वो एक रात होती है,
निगाह उठाकर जब देखते हैं वो मेरी तरफ,
मेरे लिए वही पल पूरी कायनात होती है।
©____NITIN_SAGAR___
शेरो शायरी शायरी शायरी attitude Extraterrestrial life 'दर्द भरी शायरी'