"मै दीपक हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अन्धेरे से है
ये हवा तो बेवजह मेरे खिलाफ है,
हवा से कह दो
खुद को आजमा के दिखाये,
बहुत बुझा दिये अब..
एक जारा के दिखाये।
~~~shivay"
मै दीपक हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अन्धेरे से है
ये हवा तो बेवजह मेरे खिलाफ है,
हवा से कह दो
खुद को आजमा के दिखाये,
बहुत बुझा दिये अब..
एक जारा के दिखाये।
~~~shivay