क्या मज़ा...
इश्क़ हो और दर्द ना हो तो क्या मज़ा...
दिसंबर हो और सर्द ना हो तो क्या मजा...
यारो की महफ़िल हो और तुम्हारा जिक्र ना हो तो क्या मज़ा..
तुम्हे दर्द हो और हमें ऐहसास ना तो प्यार में क्या मज़ा...
तुम्हारा दिल हो और उसमें हम ना तो क्या मज़ा ...
हम हो और तुम ना हो तो जीने में क्या मज़ा।
©missrai
🌸🌸love
#DearCousins