"आंधियों की जिद्द है,
जहां बिजलियां गिराने की,
हमारी भी जिद्द है,
वहां आशियां बनाने की,
उसूलों पर आ जाए
तो टकराना जरूरी है,
अगर जिंदा हो तो
जिंदा नजर आना जरूरी है।"
आंधियों की जिद्द है,
जहां बिजलियां गिराने की,
हमारी भी जिद्द है,
वहां आशियां बनाने की,
उसूलों पर आ जाए
तो टकराना जरूरी है,
अगर जिंदा हो तो
जिंदा नजर आना जरूरी है।