वो चिपकी रहती है बदन से मेरे अजगर सी करने महसूस धड़कन को रातों में
वो समझती है मैं ज़िंदा हूँ अब भी जब करता हूँ दूर मार
नींद में उसे लातों से
#Sadharanmanushya
©#maxicandragon
वो चिपकी रहती है बदन से मेरे अजगर सी करने महसूस धड़कन को रातों में
वो समझती है मैं ज़िंदा हूँ अब भी जब करता हूँ दूर मार
नींद में उसे लातों से
#Sadharanmanushya