White पल्लव की डायरी पहुँच गये उचाईयो पर मगर झाड़ स | हिंदी कविता Video

"White पल्लव की डायरी पहुँच गये उचाईयो पर मगर झाड़ से खड़े है ना बची संवेदनाये ना सोच मानवता की है छीन लिये सबसे जीने के अधिकार पैसो के पहाड़ जोड़े खड़े है ना मिलती छाव किसी को उनसे छोटे रोजग़ार भी गरीबी के छीने खड़े है पेशेवरों के गुण धर्म ना दिखते कुछ भी तंत्र की हिमाकत पर पूंजी जोड़े खड़े है ना खुशबू आती रहीशी की दूसरो की खून पसीने की कमाई से बने एम्पायर पर हक जमाये खड़े है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" "

White पल्लव की डायरी पहुँच गये उचाईयो पर मगर झाड़ से खड़े है ना बची संवेदनाये ना सोच मानवता की है छीन लिये सबसे जीने के अधिकार पैसो के पहाड़ जोड़े खड़े है ना मिलती छाव किसी को उनसे छोटे रोजग़ार भी गरीबी के छीने खड़े है पेशेवरों के गुण धर्म ना दिखते कुछ भी तंत्र की हिमाकत पर पूंजी जोड़े खड़े है ना खुशबू आती रहीशी की दूसरो की खून पसीने की कमाई से बने एम्पायर पर हक जमाये खड़े है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#moon_day दूसरो की खून पसीने की कमाई पर एम्पायर खड़े कर है
#nojotohindi

People who shared love close

More like this

Trending Topic