ख़्याल उसे आज मेरा आ ही गया, भला ऐसे कौन किसे भूल | हिंदी शायरी

"ख़्याल उसे आज मेरा आ ही गया, भला ऐसे कौन किसे भूल सकता है। इतनी नारजगियों के बावजूद भी, किसी का नंबर कौन सेव रखता है।। ©Kashish Kumar"

 ख़्याल उसे आज मेरा आ ही गया,
भला ऐसे कौन किसे भूल सकता है।
इतनी नारजगियों के बावजूद भी,
किसी का नंबर कौन सेव रखता है।।

©Kashish Kumar

ख़्याल उसे आज मेरा आ ही गया, भला ऐसे कौन किसे भूल सकता है। इतनी नारजगियों के बावजूद भी, किसी का नंबर कौन सेव रखता है।। ©Kashish Kumar

#Love @Pramodini mohapatra @Swati Srivastava @Rajeev Gupta @ram singh yadav @Satyaprem

People who shared love close

More like this

Trending Topic