हर धड़कन पर इक आहट,
सोचूँ तो हो घबराहट..
यारों उससे पूंछो तो,
क्यूँ है मुझसे उकताहट..
लहजा उसका है शीरीं,
बातों में है कड़वाहट..
मुझसे इतनी दूरी क्यूँ,
हर लम्हा है झुंझलाहट..
अम्बर हाले दिल कह कर,
देखी उसकी तिर्याहट..!!
©Zohaib Amber (عمبر امروہوی)
#ग़ज़ल #धड़कन #आहट #घबराहट #कड़वाहट #Trending #NojotoFilms