गलती थी छोटी जो
मोहब्बत करी तूने हमसे,
गलती बड़ी थी की
जो कर बैठी शायर से,
मै बारीश का मौसम हूं,
तुझे एक दिन फिर भाऊंगा,
दो दिन देके खुशियां
अब फिर हशर तक ले जाऊंगा,
अखियां तेरी फिर होंगी पानी का झरना
कुछ भी हो जाए लेकिन शायर से तू फिर प्यार ना करना।।
-Befikar Parindey
#MoonHiding