कमी थी मुझमे, दूसरों में तलाशता रहा. स्वार्थ सिद | हिंदी कविता Video

"कमी थी मुझमे, दूसरों में तलाशता रहा. स्वार्थ सिद्ध न हो तो, कब, किसका, किससे वास्ता रहा वे कोई और थे, जो डगर बना गये गाँव छोड़े थे जिन्होंने उन्होंने कई शहर बना दिये बस यूँ ही ©Kamlesh Kandpal "

कमी थी मुझमे, दूसरों में तलाशता रहा. स्वार्थ सिद्ध न हो तो, कब, किसका, किससे वास्ता रहा वे कोई और थे, जो डगर बना गये गाँव छोड़े थे जिन्होंने उन्होंने कई शहर बना दिये बस यूँ ही ©Kamlesh Kandpal

#kmi

People who shared love close

More like this

Trending Topic