White "स्टोरी ऑफ 1,2,3" :::::::::::::::::::::::::: | हिंदी P

"White "स्टोरी ऑफ 1,2,3" ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: जरा सोचो उस शख्स का प्रेम कैसा होगा । जो प्रेम किसी के नाम से कर बैठा होगा । जरा समझो जिसने बहुत से विकल्प त्याग दिए। एक सही के तलाश में एक से अधिक को भाग दिए।। जरा परखो उसका हृदय तन मन कैसा होगा। जो रूप रंग नहीं मात्र नाम से ईश्क किया होगा।। जरा विचार करो कैसे कोई नाम से दिल लगा लेगा। कभी न पूरा होने वाला अधुरे सपने यू ही सजा लेगा।। जरा महसूस करो अगर वो अपना प्यार पाले तो क्या होता। निश्छल शाश्वत प्रेम एहसास का अनमोल रत्न धन सजा होता।। जरा देखो परखो वैसे प्रेमी का प्रेम कितना पावन होगा सुखमय वैवाहिक जीवन ईश्वर के वरदान मनभावन होगा।। जरा झांको उसकी आंखों में स्नेह सागर क्या ठहरा हैं। पूछो खुद से प्रश्न क्या उसका प्रेम चाहत इतना गहरा है।। जरा समझो उसने अपना प्यार चाहत क्यों जगजाहिर नहीं किया। पूजता रहा एक मूरत को दूसरों को अहसास होने तक नहीं दिया।। जरा महसूस करो कोई किसी अनजाने का ख्याल क्यों रखेगा। मानवता के नाते या प्रेम की मायाजाल में ऐसे ही क्यों फसेगा।। काश एक ऐसी नारी होती जो समझदार स्वच्छ संस्कारी होती। श्वेत मन जनक दुलारी होती करते नमन गर वो फूल कुमारी होती ।। जो नहीं पढ़ सका विद्यार्थी का स्नेह उत्तर कुंजी वो अबोध होगा। प्रकाशित प्रेम की परिभाषा उदाहरण का अब नया शोध होगा।। ©Prakash Vidyarthi"

 White "स्टोरी ऑफ 1,2,3"
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जरा सोचो उस शख्स का प्रेम कैसा होगा ।
जो प्रेम किसी के नाम से कर बैठा होगा ।

जरा समझो जिसने बहुत से विकल्प त्याग दिए।
एक सही के तलाश में एक से अधिक को भाग दिए।।

जरा परखो उसका हृदय तन मन कैसा होगा।
जो रूप रंग नहीं मात्र नाम से ईश्क किया होगा।।

जरा विचार करो कैसे कोई नाम से दिल लगा लेगा।
कभी न पूरा होने वाला अधुरे सपने यू ही सजा लेगा।।

जरा महसूस करो अगर वो अपना प्यार पाले तो क्या होता।
निश्छल शाश्वत प्रेम एहसास का अनमोल रत्न धन सजा होता।।

जरा देखो परखो वैसे प्रेमी का प्रेम कितना पावन होगा 
सुखमय वैवाहिक जीवन ईश्वर के वरदान मनभावन होगा।।

जरा झांको उसकी आंखों में स्नेह सागर क्या ठहरा हैं।
पूछो खुद से प्रश्न क्या उसका प्रेम चाहत इतना गहरा है।।

जरा समझो उसने अपना प्यार चाहत क्यों जगजाहिर नहीं किया।
पूजता रहा एक मूरत को दूसरों को अहसास होने तक नहीं दिया।।

जरा महसूस करो कोई किसी अनजाने का ख्याल क्यों रखेगा।
मानवता के नाते या प्रेम की मायाजाल में ऐसे ही क्यों फसेगा।।

काश एक ऐसी नारी होती जो समझदार स्वच्छ संस्कारी होती।
श्वेत मन जनक दुलारी होती करते नमन गर वो फूल कुमारी होती ।।

जो नहीं पढ़ सका विद्यार्थी का स्नेह उत्तर कुंजी वो अबोध होगा।
प्रकाशित प्रेम की परिभाषा उदाहरण का अब नया शोध होगा।।

©Prakash Vidyarthi

White "स्टोरी ऑफ 1,2,3" ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: जरा सोचो उस शख्स का प्रेम कैसा होगा । जो प्रेम किसी के नाम से कर बैठा होगा । जरा समझो जिसने बहुत से विकल्प त्याग दिए। एक सही के तलाश में एक से अधिक को भाग दिए।। जरा परखो उसका हृदय तन मन कैसा होगा। जो रूप रंग नहीं मात्र नाम से ईश्क किया होगा।। जरा विचार करो कैसे कोई नाम से दिल लगा लेगा। कभी न पूरा होने वाला अधुरे सपने यू ही सजा लेगा।। जरा महसूस करो अगर वो अपना प्यार पाले तो क्या होता। निश्छल शाश्वत प्रेम एहसास का अनमोल रत्न धन सजा होता।। जरा देखो परखो वैसे प्रेमी का प्रेम कितना पावन होगा सुखमय वैवाहिक जीवन ईश्वर के वरदान मनभावन होगा।। जरा झांको उसकी आंखों में स्नेह सागर क्या ठहरा हैं। पूछो खुद से प्रश्न क्या उसका प्रेम चाहत इतना गहरा है।। जरा समझो उसने अपना प्यार चाहत क्यों जगजाहिर नहीं किया। पूजता रहा एक मूरत को दूसरों को अहसास होने तक नहीं दिया।। जरा महसूस करो कोई किसी अनजाने का ख्याल क्यों रखेगा। मानवता के नाते या प्रेम की मायाजाल में ऐसे ही क्यों फसेगा।। काश एक ऐसी नारी होती जो समझदार स्वच्छ संस्कारी होती। श्वेत मन जनक दुलारी होती करते नमन गर वो फूल कुमारी होती ।। जो नहीं पढ़ सका विद्यार्थी का स्नेह उत्तर कुंजी वो अबोध होगा। प्रकाशित प्रेम की परिभाषा उदाहरण का अब नया शोध होगा।। ©Prakash Vidyarthi

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