White एकमात्र इंसान ही है ,
जो अपनी गलतियों के लिए दूसरों को,
यहां तक कि ईश्वर को दोष देता है।
इसलिए ईश्वर भी दंड देता है।
असहनीय पीड़ा देता है।
विछोह देता है,
विरह देता है,
देता है कैंसर पर
नहीं देता मृत्यु।
ये दया है परम शक्ति का
नियंत्रण हेतु।
या है अपनी सत्ता का
में दाता हो जाने का अहम
झुको,मानो
फिर दान में लो भक्ति
जिस से उपजा लेता है
मनुष्य भोग।
©निर्भय चौहान
#Sad_Status वरुण तिवारी @vandan sharma करम गोरखपुरिया @Anshu writer @Kumar Shaurya हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता मराठी कविता देशभक्ति कविताएँ