वादे!
हां ये वादे तो सभी करते हैं,
साथ निभाने के
मगर उन वादो को हमेशा निभाता है,
तुम्हारा वो सच्चा दोस्त,
जिसे तुम भूल जाते हो,
हां कुछ लोगो के लिए,
जिनके लिए शायद तुम तब जरूरी होते हो,
जब उन्हे तुम्हारी जरूरत हो,
मगर तुम्हारी जरूरत में वो तुम्हारे पास न होते,
ये जिंदगी ना बहुत से खेल दिखाती है,
हां शायद बहुत से चेहरे भी,
कभी हम उलझ जाते हैं,
उलझ जाते हैं उन चेहरो के बीच में खुद को जानने से,
भूल जाते हैं खुद को खुद से मिलवाने में,
और इसी उलझन में,
एक फरिश्ता आता है,
तुम्हें खुद से मिलवाता है,
और कहीं फिर से गयाब हो जाता है...
©Rashmi joshi
#swiftbird