सीता ने तो समाधि ले ली,,
पर वो स्त्री कैसे समाधि ले पाएगी ,,
जब बात उसके चरित्र पर आएगी ,,
कलयुग में हिंसा होने पर खुद की रक्षा कैसे वो कर पाएगी
सीता ने तो समाधि ले ली
पर वो स्त्री समाधि कैसे ले पाएगी
जब बात उसके चरित्र पर आएगी,,
अजनबी इस दुनिया में खुद को सबसे कैसे बचाएगी,,
सीता ने तो समाधि ले ली
पर वो स्त्री समाधि कैसे ले पाएगी
बंद कमरों में कैद होकर यूं अकेली रोती रह जायेगी
कोई राम नही अब यहां वो खुद को कैसे संभाल पाएगी,,
सीता ने तो समाधि ले ली
पर वो स्त्री कैसे समाधि ले पाएगी
©Mahak Tripathi