White कोशिश तो करो....
समझने की...जानने की...
स्त्री का मन...पहचानने की...
जितना कोमल तन...उससे भी निर्मल मन...
आँखों में सहज सपने और हृदय सुगंधित हवन...
निश्छल सी मुस्कान...ख्वाबों में खुला आसमान...
टूटे हुए पंखों संग... उड़नी है ऊंची उड़ान...
कुछ अनकही सी बातें...कुछ अनछुए से अहसास...
यही है एक स्त्री के... उड़ान भरते अनगढ़ विश्वास...
तो अब कहो न...क्यूं न कहे ये समाज...
एक स्त्री को रहस्य से भरी हुई...
कविताओं का उजास...
जिसे समझना नामुमकिन तो नहीं...
पर आसान भी कहां है...????
प्रेम चाहिए और सब्र भी....
आँखों में उमड़ता अब्र भी....
जहां उसे विश्वास हो तेरे होने का...।।
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©Neel
#स्त्री..एक रहस्यमई कविता 🍁