वैसे बहोत गुरूर था लोगो को अपनी दौलत और शोहरत पे | हिंदी Shayari

"वैसे बहोत गुरूर था लोगो को अपनी दौलत और शोहरत पे एक वायरस क्या आया शहेर के शहेर वीरान हो गए..."

 वैसे बहोत गुरूर था लोगो को अपनी 
दौलत और शोहरत पे एक वायरस क्या आया
शहेर के शहेर वीरान हो गए...

वैसे बहोत गुरूर था लोगो को अपनी दौलत और शोहरत पे एक वायरस क्या आया शहेर के शहेर वीरान हो गए...

People who shared love close

More like this

Trending Topic