''किसी भी व्यक्ति की सहनशीलता, एक खींचे हुए रबर की तरह होती है, एक सीमा से ज्यादा खींच जाने पर उसका टूटना तय है...!!''
🌼सुप्रभात🌼
🪴राधे राधे 🪴
©~Bhavi
किसी भी व्यक्ति की सहनशीलता, एक खींचे हुए रबर की तरह होती है, एक सीमा से ज्यादा खींच जाने पर उसका टूटना तय है...!!
#Morning @Vishalkumar "Vishal" @An_se_Anshuman Anand Kumar ' Shaad '. @Anudeep बाबा ब्राऊनबियर्ड