शायर इकबाल लिखते हैं
गलतियों से जुदा तू भी नहीं मैं भी नहीं दोनो इंसान हैं खुदा तू भी नहीं मैं भी नहीं तू मुझे और मैं तुझे इल्जाम देते हैं मगर अपने अंदर झांकता तू भी नहीं मैं भी नहीं गलतफहमियां ने कर दी दोनों में पैदा दूरियां वरना फितरत का बुरा तू भी नहीं मैं भी नहीं
©Aj Ajibu
#तू #भी#नहीं #मैं #भी #नहीं
#shaadi