मेरी भी सुन ले कभी.. ना मनमानी कर औरत हूँ खिलौना न | हिंदी शायरी

"मेरी भी सुन ले कभी.. ना मनमानी कर औरत हूँ खिलौना नहीं, ना वजूद से बेईमानी कर"

 मेरी भी सुन ले कभी.. ना मनमानी कर
औरत हूँ खिलौना नहीं, ना वजूद से बेईमानी कर

मेरी भी सुन ले कभी.. ना मनमानी कर औरत हूँ खिलौना नहीं, ना वजूद से बेईमानी कर

मेरी भी सुन ले कभी #Nature #nojoto #peace

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