तुझे हर जगह ढूंढता हूं ,तेरी चाहत में
के कही तेरा दीदार हो जाए
ख्वाबों में खोजता हूं तुझे कभी कभी
दिन के उजालों में ना सही,रात के अंधेरों में तू इक बार मिल जाए
ना जाने कैसा रंग चढ़ाया है अपने इश्क़ का तुमने मुझपर
जो ना दिन में चैन आए ना रात को सुकून आए...
©Nitin Diwan
#loveshayari