जिन लम्हों में हम तुम इतना झगड़े हैं, उन लम्हों में प्यार किया जा सकता था..!!
ना तुम रूठो, ना हम रूठें, बस इतना, इक दूजे पे एतबार किया जा सकता था..!!
माफी दे देते, भूल भी जाते बातेँ सब, कम से कम इतना तो यार किया जा सकता था..!!
बिन सोचे, बिन समझे, जब दिल चाहे, मोहब्बत का इज़हार किया जा सकता था.!!
ग़लत किया, कमियां गिनाई हमने तुमने, इक दूजे को समझदार किया जा सकता था..!!
अब भी क्या बिगड़ा है भला, अब भी तो इज़हार, एतबार, प्यार किया जा सकता है..!!
हाँ ये सबकुछ यार किया जा सकता है..!!
©बेईमान
#अनकहे_एहसास #nojotohindi 💔
#OneSeason