सूखे पत्ते जो झड़ जाते हैं, कहां जाते हैं
वो लम्हे जो गुजर जाते हैं कहां जाते हैं
ना हो जिसकी कोई मंज़िल, कहां जाते हैं
नहीं मिलता जिसे साहिल, कहां जाते हैं
वो जो फिर टूट कर नहीं जुड़ते, कहां जाते हैं
वो जो दिल तोड़ जाते हैं, कहां जाते हैं
खुदा जिंदगी की हर नेमत अता करे उनको
हमें बस ये बता दो जो मर जाते हैं, कहां जाते हैं...
©Archana